जब चढ़ जाए पैर की नस

pair ki haas chad jaye, cramp in leg

जब चढ़ जाए पैर की नस

कुछ लोगों को अक्सर सोते समय पैर की नस चढ़ने की शिकायत होती है। इस दौरान पैर में असहनीय दर्द होता है। दो से पांच मिनट तक नसों की जकड़न रहने के बाद भी काफी देर तक पैर में दर्द की शिकायत बनी रहती है।

नस चढ़ने का कारण

डायरिया,डाइयूरेटिक, डायबिटीज, डिहाइड्रेशन, एल्कोहल का ज्यादा सेवन, अत्यधिक थकान, पार्किंसन बीमारी या इसके अलावा बीपी या गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन।

ऎसे पाएं नस चढ़ने के दर्द से राहत

जैसे ही जकड़न महसूस हो, कमरे में ही थोड़ा सा टहलना शुरू कर दें।

खड़े होकर धीरे-धीरे पैर को हिलाएं।

खड़े होकर या बैठकर पिंडली की नसों को स्टे्रच करने की कोशिश करें।

बैठकर अपने पैर के पंजों को घुटने की तरफ मोड़ें और कुछ देर खुद को इसी पोजीशन में रखें।

ज्यादा दर्द रहने पर सोते समय पैरों के नीचे मोटा तकिया रखकर सोएं।

कोशिश करें की बिल्कुल सीधे ना सोएं।

दीवार के सहारे खड़े होकर अपने दोनों हाथ दीवार पर रखें और अपने पैर को पीछे की तरफ लेते हुए स्ट्रेच करने की कोशिश करें।

एंठन उतरने के बाद भी यदि दर्द हो तो बर्फ से सिकाई करें या फिर गुनगुने पानी में नमक डालकर उसमें थोड़ी देर पैर रखें। अगर फिर भी आराम नहीं हो तो अगले दिन डॉक्टर को दिखाएं।

अधिक से अधिक पानी पिएं।

पैर को स्ट्रेच करते हुए हाथों से पैर के अंगूठे को टच करें।

नस चढ़ने पर करें ये  उपाय, तुरंत होगा असर

नस पर नस चढ़ना एक साधारण सी प्रक्रिया है।

ठीक करने के लिए तरह-तरह की तकनीक अपनाते हैं।

प्रभावित हिस्‍से पर बर्फ की ठंडी सिकाई करें।

यूं तो नस पर नस चढ़ना कोई बड़ी बीमारी नहीं है बल्कि एक साधारण सी प्रक्रिया है, लेकिन जब शरीर में कहीं भी नस चढ़ जाती है तो जान निकल जाती है। और अगर रात को सोते समय पैर की नस चढ़ जाये फिर तो इंसान दर्द और सूजन के चलते घबराकर उठ जाता है। 

रात को सोते समय मैं अचानक से नस पर चढ़ी नस से होने वाले दर्द के कारण घबराकर उठ जाते  है उस समय मुझे कुछ भी सूझता नहीं है कि मैं क्‍या करे  ऐसे में या तो मैं अपने पैरों को काफी देर तक सहलाती रहते है या फिर पैर को जमीन पर रखने की कोशिश करते  है  ताकी ठंडक से शायद पैर की नस उतर जाये।

नस पर नस चढ़ना

जी हां जब नस पर नस चढ़ती है तो उसे ठीक करने के लिए हम तरह-तरह की तकनीक अपनाते हैं। हालांकि नस पर नस क्‍यों चढ़ती है इसका कारण कोई नहीं जानता। यह समस्‍या किसी भी व्यक्ति को किसी न किसी कारण से और कभी भी हो सकती है। नस पर नस चढ़ने पर पैरों में ऐठन भी हो जाती है। टांगों और पिंडलियों में हल्का–हल्का दर्द भी होता है। इसके आलावा पैरों में दर्द के साथ, जलन, झनझनाहट और सूई चुभने जैसा एहसास होता है। कुछ लोग इस दर्द को कम करने के लिए गोलियों का सहारा भी लेते है तो कुछ लोग घरेलू तरीका अपनाकर इसे ठीक करते है। आज हम आपको नस पर चढ़ी नस को उतारने का ऐसा तरीका बताने जा रहे है, जिसकी मदद से तुरंत नस से नस उतार जाती हैं।

नस पर चढ़ी नस को तुरंत उतारता है ये उपाय

 बाएं हाथ की उंगली  बाएं कान के नीचे की तरफ रख कर हल्‍के से उंगली को थोड़ा ऊपर और नीचे दबये ये प्रक्रिया  10 सेकेंड तक करे

 जीस पैर की नस चढे उसके विपरीत कान फर ये प्रकियि करे

 ऐंठन के दर्द को कम करने के लिए थोड़ा सा नमक हथेली पर लेकर उसे चाटने से भी नस उतर जाती है। नमक तुम्‍हारे शरीर में कम इलेक्ट्रोलाइट को पूरा करने में मदद करता है। यह उपाय लोकप्रिय है क्योंकि नमक आसानी से किसी भी घर में उपलब्ध होता है। 

इसके अलावा तुम नस चढ़ने पर केला भी खा सकती है क्‍योंकि कई बार पोटैशियम की कमी के चलते भी नस पर नस चढ़ जाती है, ऐसे में एक केला खाने से पोटैशियम के स्‍तर में वृद्धि होती है और नस उतर जाती है।

अन्‍य उपाय

सोते समय अपने पैरों को थोड़ा ऊंचा उठा कर रखें। इसके लिए पैरों के नीचे तकिया रख लें।

प्रभावित हिस्‍से पर बर्फ की ठंडी सिकाई करें।

अगर गर्म-ठंडी सिकाई 3 से 5 मिनट की करें तो इस समस्या और दर्द–दोनों से राहत मिलेगी।

शराब, सिगरेट, नशीले तत्वों का सेवन नहीं करें।

अपना वजन कम करें। इसके लिए रोजाना सैर पर जाएं या जॉगिंग करें।

फाइबर युक्त भोजन करें और रिफाइंड फूड का सेवन न करें।

5-10 बादाम और किशमिश, 2-3 अखरोट की गिरि और 2-5 पिस्ते का रोजाना सेवन करें।

लेकिन ध्‍यान रहें कि अगर आपको ज्‍यादा तकलीफ होती है तो डॉक्‍टर से संपर्क करें।

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